रंगहीन राजनीति और वीभत्स होती वाणी
गद्दार, नायक-खलनायक, चुन्नू-मुन्नू और अन्नू, भूखा.नंगा, रावण से भी गया बीता चेहरा, काला अंग्रेज, टंच माल, आयटम, जलेबी और न जाने क्या.क्या इस चुनाव में एक.दूसरे पर आरोप.प्रत्यारोप का जबर्दस्त दौर इस उप.चुनाव में चल रहा है। मर्यादाएँ पूछ…
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