‘कोरोना से जंग में स्वास्थ्य एवं प्रतिरोधक क्षमता हेतु उचित पोषण’ विषय पर वेबिनार आयोजित

रांची।  पत्र सूचना कार्यालय व रीजनल आउटरीच ब्यूरो – रांची तथा फील्ड आउटरीच ब्यूरो दुमका के संयुक्त तत्वाधान में ‘कोरोना से जंग में स्वास्थ्य एवं प्रतिरोधक क्षमता हेतु उचित पोषण’ विषय पर आज एक वेबिनार परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें राज्य के अग्रणी स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां सांझा की और बताया कि कैसे आवश्यक पोषण के जरिए इम्यूनिटी का विकास कर कोरोना पर विजय पाई जा सकती है।

वेबिनार को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) झारखंड की कंसलटेंट डॉ अनामिका ने बताया कि कैसे कोरोना के विकट काल में भी एनएचएम ने अपने सभी स्वास्थ्य संबंधी अभियान जारी रखे हैं। शिशु, गर्भवती महिलाओं तथा किशोरों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि कुपोषण झारखंड में एक बड़ा मुद्दा है, यहां करीब 70% बच्चे एनेमिक पाए जाते हैं जो कि देश के औसत 59% से भी अधिक है। साथ ही राज्य में बच्चों के विकास संबंधी बीमारियां जैसे स्टंटिंग, वेस्टिंग, अंडरवेट, लो बीएमआई जैसी श्रेणियों में भी राज्य में राष्ट्रीय औसत से अधिक कुपोषित बच्चे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस काल में हमें कोशिश करनी चाहिए कि बाहर का खाना ना खाएं, जितना हो सके घर का ही खाना खायें और वह भी गरम खाना।

अपर महानिदेशक पीआईबी, रांची अरिमर्दन सिंह ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि संतुलित आहार अच्छे स्वास्थ्य का प्रमुख आधार है हम अक्सर देखते हैं कि अच्छे संयुक्त परिवारों में भी वहां पर खाना बनाने वाली महिलाएं कुपोषित पाई जाती हैं क्योंकि वह अपने भोजन का ध्यान नहीं रखतीं। झारखंड के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां पाई जाने वाली स्थानीय साग सब्जियां काफी पौष्टिक है, इन सब्जियों में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्वों तथा खनिज लवणों से यहां के लोगों में अच्छी इम्यूनिटी विकसित होती है। इसी कारण झारखंड में कोरोना का कहर काफी हद तक कम भी है।

वेबिनार को संबोधित करते हुए भारतीय डाइटेटिक एसोसिएशन के झारखंड चैप्टर की कन्वीनर डॉ गजाला मतीन ने कहा कि भागदौड़ भरी जिंदगी में आप अपने खानपान का खयाल नहीं रख पाते हैं। लेकिन आज कोरोनावायरस को रोकने के लिए दुनियाभर में लॉकडाउन किया जा चुका है। और आप भी उसका पालन करते हुए घर में रह रहे हैं, तो आप ऐसे समय का फायदा उठाकर सालों से खराब खानपान से बिगड़ रही अपनी सेहत को सुधारने का काम करें। इसके लिए आपको बस अपनी डाइट में अच्छी सेहत लिए जरूरी पांच पोषक तत्वों को शामिल करना है। जिसमें विटामिन, प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम जैसे सारे पौष्टिक तत्त्व मौजूद हों। इनमें हरी सब्जियां, साबुत अनाज, ताजे फल व मेवे आते हैं। स्वस्थ शरीर के लिए इन आहारों का सेवन जरूर करें।वैक्सीन के अभाव में सिर्फ आपकी इम्युनिटी ही आपकी रक्षा कर पाएगी और यही वजह है कि इम्युनिटी आज के जमाने की सबसे बड़ी जरूरत बन गई है, आज की तारीख में इम्युनिटी ही आपका सबसे बड़ा हथियार है।

डॉ आशा किरण, एसोसिएट प्रोफेसर, पीएसएम रिम्स रांची ने बताया कि शिशु के संबंध में गर्भावस्था से लेकर 2 वर्ष की उम्र तक के 1000 दिन सबसे महत्वपूर्ण होता है जिस दौरान उनके पोषण का अच्छे से ख्याल रखना चाहिए। इसी के कुप्रभाव से हम देखते हैं कि झारखंड में लंबाई के अनुसार कम वजन संबंधी कुपोषण 29% बच्चों में है, जो कि देश में सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा कि मां का भोजन तीन रंग का होना चाहिए जिसमें हर तरह के पोषक तत्व शामिल हो। मां के दूध के बारे में उन्होंने कहा कि जन्म के 1 घंटे के अंदर नवजात को मां का दूध पिलाना चाहिए और 6 महीने तक बच्चों को सिर्फ दूध पर ही रखना चाहिए उसमें पानी की भी जरूरत नहीं उन्होंने कहा कि करो ना मैं बच्चों को खाना खिलाने से पहले साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा साथ ही माताओं को खाना खाने के बाद आयरन और कैल्शियम की गोलियां अलग-अलग समय पर लेना चाहिए ना की एक साथ उन्होंने सही तरीके से हाथ कैसे साफ करें इस विषय में भी विस्तृत रूप से जानकारी दें उन्होंने कहा कि घर में भोजन और पीने के पानी को अच्छे से ढक कर रखना चाहिए।

वेबिनार में सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ सायकेट्री रांची के डाइटिशियन डॉ आभा चंद्रा ने भी कोरोना संक्रमण काल में मानसिक स्वास्थ्य तथा पोषण विषय पर आधारित कर अपने विचार रखें। उन्होंने कहा कि एक संतुलित आहार हमारे मानसिक स्वास्थ्य की अहम कुंजी है।

वेबिनार में पीआईबी, आरओबी, एफओबी, दूरदर्शन एवं आकाशवाणी के अधिकारी- कर्मचारियों के अलावा दूसरे राज्यों के अधिकारी-कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया। गीत एवं नाटक विभाग के अंतर्गत कलाकारों एवं सदस्यों, आकाशवाणी के पीटीसी, दूरदर्शन के स्ट्रिंगर तथा मीडिया से संपादक और पत्रकार भी शामिल हुए। साथ ही इस वेबीनार में कई स्वास्थ्य कर्मियों ने भी भाग लिया।इस वेबिनार का समन्वय क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी  शाहिद रहमान ने किया। वही संचालन क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी  मेहविश रहमान द्वारा किया गया।