मोदी देश और दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता


बाल मुकुन्द ओझा
कोराना के महासंकट से पूरी दुनिया जूझ रही है। अमीर हो या गरीब सभी देशों को कोराना से संघर्ष करना पड़ रहा है। लेकिन इस महाजंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी अलग छाप छोड़ी है। विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने कोरोना से जंग में मोदी को नंबर वन माना है। कोरोना महामारी की वजह से जहां एक ओर ज्यादातर वर्ल्ड लीडर्स की लोकप्रियता में गिरावट आई है वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू बरकरार है। आईएएनएस-सी वोटर स्टेट ऑफ द नैशन 2020 के एक सर्वे के मुताबिक करीब 66 फीसदी भारतीय मोदी के कामकाज से संतुष्ट हैं। कोरोना महामारी के इस दौर में प्रधानमंत्री मोदी के कामकाज पर दुनिया की एजेंसियां लगातार मुहर लगा रही हैं। दुनिया की मशहूर सर्वे एजेंसी गैलप ने कोरोना के संकट काल में 28 देशों की सरकारों के कामकाज पर सर्वे किया है। सर्वे में सामने आया है कि कोरोना संक्रमण से निपटने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के लीडर नंबर 1 हैं।

सर्वे में शामिल 91 फीसदी लोगों की राय है कि भारत सरकार कोरोना से निपटने में अच्छा काम कर रही है। गैलप के सर्वे में भारत सरकार की रेटिंग दुनिया भर की सरकारों में नंबर 1 है। इससे पूर्व मॉर्निंग कंसल्ट नाम की ग्लोबल टेक्नोलॉजी और मीडिया कंपनी के मार्च मध्य में किये एक सर्वे में पीएम मोदी को कोरोना के खिलाफ जंग में सबसे बड़ा और प्रभावशाली नेता बताया गया था। इसके बाद ब्रिटेन की ऑनलाइन डिजिटल और एनालिटिक्स फर्म ल्वनळवअ ने अपने सर्वे में कोरोना से निपटने में पीएम मोदी को दुनिया का दूसरा सर्वाधिक पॉपुलर लीडर माना है।
कोरोना महामारी को थामने में मोदी के प्रयास बेमिसाल है। दुनिया के देश कोरोना को नियंत्रित करने में अधिक सफल नहीं हुए जबकि मोदी ने कोरोना को थामने में सफलता हासिल की है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सहित विश्व के बहुत से राष्ट्राध्यक्षों ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मोदी के प्रयासों की सराहना की है। कोरोना से पूरी दुनिया डरी हुई है लेकिन भारत में इस पर बहुत हद तक नियंत्रण पाया है।
मोदी ने अमेरिकी प्रेसीडेंट सहित दुनिया के सबसे प्रभावशाली राष्ट्र प्रमुखों को पीछे छोड़ते हुए विश्व के सबसे प्रभावशाली राष्ट्र प्रमुख का खिताब पाने नाम कर लिया है। एक अमेरिकी डाटा रिसर्चर कंपनी ने कोविड -19 के अमेरिका पर पड़े प्रभाव के बारे में रिसर्च की है। इस रिसर्च में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के साथ दुनिया के 10 बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्षों की तुलना की गई है और ये पता लगाने की कोशिश की गई है कि किस देश के राष्ट्राध्यक्ष ने किस प्रकार से अपने देश में कोरोना वायरस से निपटने में सही कार्य किया है। इस पर एजेंसी ने 1 जनवरी 2020 से लेकर 14 अप्रैल 2020 के मध्य में अमेरिका और अमेरिका से बाहर का डाटा एकत्रित किया है। इस रिसर्च में जो डाटा सामने आया है, उस आधार पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहला स्थान हासिल किया हैं।