महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास

धोनी ने तीसरी बार अपने करियर को लेकर फैसले से चौंकाया, इंटरनैशनल क्रिकेट को अचानक कहा 'गुडबाय'

नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार (15 अगस्त) की शाम को अचानक इंटरनैशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान करके सबको चौंका दिया। हालांकि, यह पहला मौका नहीं था जब धोनी ने अपने करियर को लेकर लिए गए फैसले से सभी को चौंकाया है। इससे पहले भारतीय टेस्ट क्रिकेट को अलविदा और लिमिटेड ओवर्स की कप्तानी भी ‘कैप्टन कूल’ ने कुछ इसी अंदाज में छोड़ी थी। अब एक बार फिर जब किसी को उम्मीद नहीं थी, तब धोनी ने अपनी रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया।
महेंद्र सिंह धोनी ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम से अपनी इंटरनैशनल क्रिकेट जर्नी का एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो के बैकग्राउंड में किशोर कुमार का गाना- मैं पल दो पल का शायर हूं… पल दो पल मेरी कहानी है… चल रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए धोनी ने लिखा- ”अब तक आपके प्यार और सहयोग के लिए धन्यवाद। शाम सात बजकर 29 मिनट से मुझे रिटायर्ड समझिए।”
2014 में अचानक टेस्ट क्रिकेट को कह दिया था अलविदा
धोनी के इस अचानक संन्यास के फैसले ने सभी को हैरान कर दिया। धोनी ने सबसे पहले 30 दिसंबर 2014 को टेस्ट टीम से अचानक संन्यास ले लिया था। उनके इस फैसले से हर कोई हैरान था। धोनी ने भारत के लिए 90 टेस्ट मैच खेले। उन्हीं की कप्तानी में भारतीय टीम टेस्ट में दुनिया की नंबर एक टीम बनी। टीम इंडिया उस समय ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थी। दोनों टीमों के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया था। मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ और इस टेस्ट के बाद धोनी ने सबको चौंकाते हुए टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी।
2017 में अचानक छोड़ दी थी लिमिटेड ओवर्स की कप्तान
साल 2014 में बीच सीरीज में टेस्ट क्रिकेट से संन्याल लेने वाले धोनी ने एक बार फिर उसी अंदाज में वनडे और टी20 कप्तानी को भी अलविदा कह दिया था। 2007 में टी20 वर्ल्ड कप, 2011 में भारत को वनडे वर्ल्ड कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी भारत को जिताने वाले खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी ने 2017 में वनडे और टी20 टीम की कप्तानी छोड़ी थी। धोनी के कप्तानी छोड़ने की जानकारी बीसीसीआई ने 4 जनवरी 2017 को एक ट्वीट के जरिये दी थी।
चौंकाना माही की पुरानी आदत में शुमार
अपने करियर को लेकर ही नहीं, बल्कि अहम मैचों के महत्वपूर्ण मौकों पर भी अक्सर धोनी ने अपने फैसलों चौंकाया है। 2007 टी-20 वर्ल्ड कप में अंतिम ओवर जोगिंदर शर्मा को देकर, 2008 में ऑस्ट्रेलिया- श्रीलंका के साथ त्रिकोणीय सीरीज में सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ जैसे सीनियर खिलाड़ियों को ड्रॉप कर, 2011 के वर्ल्ड कप में खुद को पांचवें नंबर पर प्रमोट कर, सीबी सीरीज 12-13 में खिलाड़ियों को रोटेट करना, 2013 में रोहित शर्मा से ओपनिंग कराने का निर्णय लेना जैसे कई फैसले रहे हैं, जिन्हें लेकर धोनी ने फैन्स, खिलाड़ियों और दिग्गजों को हैरानी में डाल दिया था।
पिछले एक साल से थे क्रिकेट से दूर
बता दें कि महेंद्र सिंह धोनी पिछले एक साल से क्रिकेट से दूर थे। उन्होंने पिछले साल आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2019 में अपना आखिरी मैच खेला था। यह मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेल गया वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मैच था। इस मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच के बाद से धोनी से क्रिकेट से दूर है। उन्हें मार्च में आईपीएल 2020 में वापसी करनी थी, जो कोरोना वायरस की वजह से स्थगित हो गया। इसके बाद से ही धोनी के भविष्य को लेकर अटकलें और भी तेज हो गईं।
इसके बाद आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2020 के स्थगित होने के बाद धोनी के भविष्य को लेकर एक बार फिर से सवाल उठने लगे। लेकिन आईपीएल 2020 के यूएई में 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच खेले जाने की घोषणा के बाद फैन्स को लगने लगा कि धोनी की वापसी होगी। आईपीएल 2020 की तैयारियों के मद्देनजर धोनी सीएसके के ट्रेनिंग कैंप में शामिल होने के लिए शुक्रवार को चेन्नई पहुंचे और वहीं से ही शनिवार को अपने संन्यास का ऐलान करके सबको हैरान कर दिया।