गहलोत सरकार का स्टे होम स्टे सेफ
राजस्थान- सियासी संग्राम

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आज़ाद भारत के इतिहास में संभवत यह पहला मौका है जब एक बहुमत वाली सरकार अपने विधायकों की सुरक्षा के लिए एक पांच सितारा होटल में शरण ले रखी है।यह सरकार अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान की सरकार है जिसके प्रदेश अध्यक्ष ने ही तख्ता पलटने की कार्यवाही को अंजाम दिया है। गहलोत ने कोरोना महामारी की तर्ज़ पर स्टे होम स्टे सेफ का नारा देकर अपनी सरकार को क्वरेन्टीन किया है। गहलोत को शक है विधायकों की सुरक्षा नहीं की गयी तो इनके बिकने की संभावना है। यह पांच सितारा बाड़ाबंदी पहले राजधानी की एक होटल में थी जिसे बदलकर जैसलमेर शिफ्ट किया गया है। गहलोत ने विधायकों के रेट कार्ड की जानकारी भी दी और रहस्योघाटन किया की अब यह अनलिमिटेड है।गहलोत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर षड़यंत्र रच कर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है।
विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंकाओं को देखते हुए राजस्थान सरकार अब जैसलमेर में आईसोलेट हो गई है। सरकार का करीब 14 दिन के लिए अब नया बाड़ा जैसलमेर का होटल सूर्यागढ़ है। होटल सूर्यागढ़ को नया बड़ा बनाने के कई बड़े कारण है। साथ ही होटल फेयरमाउंट को खाली करना भी कांग्रेस के लिए जरूरी हो गया था। एक और तो विधायक बोरियत महसूस करने लगे थे और दूसरी ओर कई ऐसे कारण थे, जिनके वजह से अशोक गहलोत सोच रहे थे कि इन विधायकों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए। गहलोत ने कहा है कि हमारे विधायक जो कई दिनों से जयपुर ठहरे हुए थे। उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा था।बाहरी दबाव को दूर रखने के लिए हमने उन्हें स्थानांतरित करने के बारे में सोचा।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कांग्रेस के अशोक गहलोत खेमे के विधायकों को जैसलमेर ले जाए जाने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब पार्टी के सभी विधायक एकजुट हैं तो बाड़ेबंदी क्यों? पूनियां ने ट्वीट किया, ‘‘सब एक हैं, कोई खतरा नहीं है, लोकतंत्र है, सब ठीक है तो बाड़ाबंदी क्यों? और बिकाऊ कौन है?उनके नाम सार्वजनिक करो; बाड़े में भी अविश्वास! जयपुर से जैसलमेर के बाद आगे तो पाकिस्तान है।
कहा जा रहा है अशोक गहलोत अबतक अपने पास बहुमत होने के दावे करते रहे हैं, वो फ्लोर टेस्ट के भी तैयार रहने की बात भी करते रहे हैं. लेकिन शुक्रवार को जब गहलोत खेमे के सभी विधायकों को जयपुर से जैसलमेर शिफ्ट किया जाने लगा तो सच्चाई सामने आ गयी। इस दौरान जितने विधायक दिखे वो उनकी सरकार बचाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। उनके नंबर गेम के दावों की हवा निकालता नजर आ रहा है।
दूसरी ओर सचिन पायलट के गुट के एक विधायक ने कहा है कि अगर कांग्रेस पार्टी व्हिप जारी करती है तो वह और अन्य विधायक 14 अगस्त से शुरू होने जा रहे आगामी विधानसभा सत्र में हिस्सा लेंगे। हम पार्टी के अंदर रहते हुए अपनी आवाज उठाएंगे।विधायकों की सुरक्षा के लिए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के दो आईपीएस, नौ आरपीएस, 17 इंस्पेक्टर संभालेंगे सूर्यगढ़ होटल की सुरक्षा निगरानी। इसके अलावा जैसलमेर के पुलिस अधिकारीयों की तैनाती भी की गयी है।