उत्तर रेलवे ने आलमनगर स्टेशन पर नये गुड्स शेड का निर्माण किया
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नई दिल्ली। उत्तर रेलवे ने लॉकडाउन और उससे आगे के दौरान अपने माल और पार्सल ट्रेनों के माध्यम से खाद्यान्न, चीनी, उर्वरक, सीमेंट और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही के लिए बेदाग परिवहन सुविधा प्रदान की है। माल ढुलाई के अपने हिस्से को बढ़ाने के लिए, ग्राहकों की सुविधा के लिए व्यावसायिक विकास इकाइयों को क्षेत्रीय और मंडल स्तरों पर स्थापित किया गया है। इस संबंध में उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिए बुनियादी ढांचे को नया रूप दिया जा रहा है। उत्तरी और उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने पहले उत्तर रेलवे के सभी डिवीजनों को मानसून के मौसम के लिए पूरी तैयारी में रहने की सलाह दी थी, ताकि वे संबंधित गतिविधियों पर विशेष ध्यान दें। लखनऊ और मुरादाबाद शहरों के बीच स्थित आलमनगर स्टेशन एक महत्वपूर्ण लोडिंग-अनलोडिंग पॉइंट है। इसमें 6 रेलवे लाइनें हैं, जिनमें से दो का इस्तेमाल गुड्स अनलोडिंग लाइनों के रूप में किया जाता है। वर्तमान में इस स्टेशन पर प्रति माह लगभग 45 रेक का संचालन किया जाता है। हाल के दिनों तक प्लेटफ़ॉर्म अपरिवर्तित थे, जिसके कारण विशेषकर बारिश के मौसम में सामान उतारना एक बाधा था। अनलोडिंग प्लेटफार्मों को पूर्व-तनाव वाले ठोस स्लीपरों के साथ कवर किया गया है ताकि वैगनों से माल की लोडिंग-अनलोडिंग के लिए भारी ट्रकों का सुविधाजनक आवागमन हो। घाट पर मंच की ऊंचाई भी काफी बढ़ाई गई थी ताकि सीमेंट और खाद्यान्न जैसे जल संवेदनशील वस्तुओं को बारिश के पानी से पर्याप्त रूप से संरक्षित किया जा सके। ड्रेनेज सिस्टम को फिर से चालू और कवर किया गया है ताकि भारी बारिश के बाद भी क्षेत्र में जल जमाव न हो। माल शेड में ओवरहेड लाइटिंग में सुधार किया गया है ताकि चौबीसों घंटे इस सुविधा का उपयोग किया जा सके। लखनऊ और काकोरी के दोनों छोर के मर्चेंट रूम की मरम्मत की गई है और अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान की गई हैं जैसे कि बेहतर वॉशरूम, पीने का पानी और चार्जिंग पॉइंट आदि। सड़क के लिए एप्रोच रोड का चौड़ीकरण का काम भी पूरा हो चुका है।