केंद्र ने 768 करोड़ का राशन मुहैया कराया लेकिन दिल्ली सरकार उस राशन को भी बांट नहीं पाई- मनोज तिवारी
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नई दिल्ली।दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा केंद्र से 5000 करोड़ की सहायता राशि की मांग और केंद्र से किसी भी प्रकार की सहायता न मिलने के बयान को लेकर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि उप मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया यह बयान बहुत ही गैर जिम्मेदाराना और निंदनीय है। दिल्ली के लोगों के प्रति केजरीवाल सरकार अपनी भूमिका को आज तक नहीं समझ पाई है। प्रारंभ से उनकी जानकारी और समझदारी बहुत सीमित है जिसका दुष्परिणाम आज दिल्ली के लोग भुगत रहे हैं।
केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को 768 करोड़ का राशन दिल्ली सरकार को मुहैया कराया ताकि इस विपदा के समय में कोई भी व्यक्ति राशन से वंचित ना रहे लेकिन दिल्ली सरकार उस राशन को भी बांट नहीं पाई। केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली के 46 लाख जनधन खाताधारकों के खाते में 690 करोड़ की राशि दी गई। 34 लाख गरीब महिलाओं को 3 महीने तक मुफ्त गैस कनेक्शन देने के लिए केंद्र सरकार ने 836 करोड़ 40 लाख रुपए खर्च किए। वहीं दिल्ली के 8 लाख 12 हजार वरिष्ठ नागरिकों, विधवा महिलाओं दिव्यांगजनों के खातों में 3 महीने तक 1 हजार रुपए डाले जाएंगे जिसे लेकर केंद्र सरकार ने 243 करोड़ 60 लाख रुपए खर्च किए।पिछले 40 घंटों में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अभी तक यह जवाब नहीं दिया कि कोरोना काल में भी दिल्ली सरकार ने 22 मार्च जनता कर्फ्यू से लेकर 29 मई तक 4-4 पन्नों के प्रिंट, टीवी व इंटरनेट के विज्ञापनों पर कितने करोड़ खर्च किए और हॉस्पिटल के बेड और वेंटीलेटर्स पर कितना खर्च किया है। यह साफ जाहिर हो रहा है कि मोदी जी ने जनता को सीधा पैसा क्यों दिया, इस बात से परेशान होकर केजरीवाल अपने वित्त मंत्री से गुहार लगावा रहे हैं कि प्रचार के लिए केंद्र सरकार 5000 करोड़ रुपए सीधे दिल्ली के मुख्यमंत्री के खजाने में डलवाए। क्या मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विज्ञापन खर्च के लिए रुपए की मांग कर रहे हैं?ये आरोप भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सीधे अरविन्द केजरीवाल पे लगाये।