इस साल नहीं होगी अमरनाथ यात्रा
लाइव टेलीकास्ट से भक्त कर सकेंगे सुबह-शाम की आरती के दर्शन
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देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते मामलों के मद्देनजर इस साल अमरनाथ यात्रा का आयोजन नहीं किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर सरकार ने मंगलवार (21 जुलाई) को यह जानकारी दी। राजभवन की ओर जारी बयान में कहा गया है कि परिस्थितियों को देखते हुए श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड ने यह फैसला लिया है कि इस साल श्री अरमनाथजी की यात्रा का आयोजन करना उचित नहीं है। इसके साथ ही श्राइन बोर्ड ने यात्रा को रद्द करने की घोषणा करते हुए अफसोस जाहिर किया।
एक अन्य बयान में सरकार ने कहा कि भक्त लाइव टेलीकास्ट के जरिए आरती के दर्शन कर सकेंगे और इसका इंतजाम श्राइन बोर्ड करेगा। सरकार ने कहा, “धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए श्राइन बोर्ड सुबह और शाम की आरती दर्शन के लिए लाइव टेलीकास्ट जारी रखेगा। परंपरागत अनुष्ठान पिछले अभ्यास के मुताबिक ही किए जाएंगे, जबकि छड़ी मुबारक इस बार सरकार के द्वारा किया जाएगा।”
अमरनाथ गुफा के लिए पहलगाम और गांदेरबल दोनों ही रास्तों से पहले 42 दिन की प्रस्तावित यात्रा 23 जून को शुरू होने वाली थी, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण उसमें देरी हो गई थी। पिछले कुछ सप्ताह में केन्द्र शासित प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के ज्यादा मामले आए हैं, खास तौर से कश्मीर में। इस कारण प्रशासन को मजबूरन ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर सहित घाटी के कई हिस्सों में लॉकडाउन लागू करना पड़ा है।
इससे पहले जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय ने बीते 15 जुलाई को श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) को कोविड-19 के खतरे को ध्यान में रखते हुए गुफा मंदिर के लिए वार्षिक तीर्थयात्रा पर तत्काल निर्णय लेने को कहा था। मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायमूर्ति संजय धर की पीठ ने 23 पृष्ठों का आदेश जारी करते हुए बोर्ड को अपने निर्णय से न्याय मित्र मोनिका कोहली और याचिकाकर्ता को अवगत कराने का निर्देश दिया था।