चम्बल एक्सप्रेस वेः खातौली के रास्ते भिंड से जुड़ेगा कोटा
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने लोकसभा अध्यक्ष को दी प्रोजेक्ट की जानकारी
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नई दिल्ली। कोटा समेत सम्पूर्ण हाडोती को बड़ी सौगात मिलने जा रही है। चम्बल एक्सप्रेस वे श्योपुर-खातौली-इटावा-दीगोद के रास्ते भिंड को शैक्षणिक नगरी कोटा से जोड़ेगा। इस एक्सप्रेस वे के बनने से बरसों से उपेक्षित रहे इस क्षेत्र के विकास को भी पंख लगेंगे।
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले दिनों चम्बल एक्सप्रेस वे का विस्तार श्योपुर से कोटा तक करने की घोषणा की थी। इस प्रोजेक्ट की उन्होंने शनिवार को समीक्षा भी की। बाद में उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को जानकारी दी कि कोटा को भी इस प्रोजेक्ट से जोड़ा गया है।
गडकरी ने लोकसभा अध्यक्ष को बताया कि चम्बल एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के चम्बल क्षेत्र को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। यह एक्सप्रेस वे भिंड, मुरैना, श्योपर होकर राजस्थान में प्रवेश करेगा तथा खतौली, इटावा, सुल्तानपुर के रास्ते दीगोद के पास एनएच-27 से जुड़ेगा।
चम्बल एक्सप्रेस वे कुल 406 किमी लंबा प्रोजेक्ट होगा, राजस्थान में इसका 78 किमी का हिस्सा होगा। करीब 7500 करोड़ रूपए के लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट के वर्ष 2023 के अंत तक समाप्त होने की संभावना है।
चम्बल एक्सप्रेस वे एनएच 27 के अलावा दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे, स्वर्णिम चतुर्भुज के दिल्ली-कोलकाता काॅरीडोर तथा नाॅर्थ साउथ काॅरीडोर से भी जुड़ेगा। इस तरह यह देश के सभी बड़े राजमार्गों से जोड़कर कई बड़े शहरों तक आवागमन के समय को कम कर देगा। यह कानपुर से कोटा के लिए भी वैकल्पिक मार्ग बनकर उभरेगा। चम्बल एक्सप्रेस वे के बनने से कोटा समेत सम्पूर्ण हाडोती के लोगों के लिए कम समय व लागत पर मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत कई अन्य राज्यों तक जाना सुलभ होगा।
चंबल एक्सप्रेस वे बनने के बाद इस पूरे क्षेत्र का औद्योगिक विकास भी होगा। यहां सेवा व उत्पाद से जुड़े कई उद्योग व युनिट्स के साथ *औद्योगिक पार्क भी* स्थापित होने की संभावना है। इससे क्षेत्र में रोजगार व आधारभूत विकास भी बढ़ेगा। गडकरी ने ही समीक्षा बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश तथा राजस्थान की सरकारों से बस पोर्ट और चालक प्रशिक्षण केंद्र खोलने के प्रस्ताव भेजने को कहा है। इसके अलावा गडकरी ने चम्बल एक्सप्रेस वे पर इंदौर, जयपुर और जबलपुर की तर्ज पर लाॅजिस्टिक पार्क स्थापित किए जाने की संभावना भी जताई।