आम आदमी पार्टी ने देश के लोकतंत्र का मजाक बना दिया है-मनोज तिवारी

आंतरिक फूट की वजह से आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने मेयर का चुनाव नहीं होने दिया-हर्ष मल्होत्रा

नई दिल्ली। भाजपा सांसद मनोज तिवारी एवं प्रदेश महामंत्री हर्ष मल्होत्रा ने आज एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा है कि आम आदमी पार्टी के पार्षदों द्वारा मेयर चुनाव को एक बार फिर से बाधित किया गया है जिसके बाद कई सारे सवाल खड़े हो रहे हैं। प्रेसवार्ता प्रदेश प्रवक्ता हरीश खुराना एवं पार्षद  संदीप कपूर उपस्थित थे।
सांसद  मनोज तिवारी ने कहा 6 जनवरी को निगम सदन के अंदर जो कुछ भी हुआ उसे पूरी दिल्ली की जनता ने देखा और आज सवाल भी यही है कि आखिर दिल्ली को उसका मेयर देने के लिए आम आदमी पार्टी इतनी डर क्यों रही है।उन्होंने  कहा कि आम आदमी पार्टी के गुंडे जो सदन के अंदर भी थे और बाहर भी सभी ने मिलकर भाजपा के पार्षदों और सांसदों के साथ अभद्र व्यवहार किया है। लोकतंत्र और देश के संविधान का आम आदमी पार्टी के नेताओं द्वारा मजाक बनाया जा रहा है। शपथ प्रक्रिया तक आम आदमी पार्टी के पार्षद चुप रहे लेकिन जैसे मेयर का चुनाव होना था एक बार फिर से हंगामा शुरु कर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने तो कभी दावा नहीं किया कि उसका मेयर जीत रहा है। भाजपा सिर्फ चुनाव लड़ रही है लेकिन आम आदमी पार्टी चुनाव से भाग रही है और उसके लिए तरह-तरह के बहाने ढूंढ रही है।
महासचिव  हर्ष मल्होत्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सवाल करते हुए पूछा कि बहुमत होने के बाद भी आम आदमी पार्टी मेयर के चुनाव में बाधा क्यों डाल रही है? 6 जनवरी को जिस कारण के साथ आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने हंगामा किया था आज उस पर कोई आपत्ति नहीं थी लेकिन जैसे ही मेयर चुनाव की बात शुरु हुई तुरंत हंगामा करने लगे। आप के इस दुर्व्यहार से आज एक महीने से दिल्ली की जनता को उसका मेयर नहीं मिला है, निगम का काम बंद है। उन्होंने कहा की “आप“ के पार्षदों ने टेबल पर खड़े होकर हंगामा किया और भाजपा की महिला पार्षदों के साथ बदतमिजी की गई। श्रीमती रेखा गुप्ता के साथ भी बदतमिजी की गई और जब उसे रोकने की कोशिश की गई तो भाजपा पार्षद संदीप कपूर के साथ मारपीट की गई जिसकी शिकायत पुलिस में की गई है और कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि आप के अंदर दो-दो लोगों ने मेयर का पर्चा भरा था और इसी डर के कारण आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर सदन के अंदर हंगामा करवाया जा रहा है।  उन्होंने मुख्य मंत्री केजरीवाल और उप मुख्य मंत्री सिसोदिया से मांग की कि दिल्ली का मेयर बनने दें ताकि दिल्ली मे विकास को गति मिल सके।निगम पार्षद संदीप कपूर ने कहा कि भाजपा पार्षदों के साथ जिन आप पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने बदतमिजी की, उनके मुंह से बदबू आ रही थी और ऐसा लग रहा था कि किसी गली के गुंडे हो। उन्होंने दिल्ली पुलिस से मांग की है कि ऐसे गुंडा तत्वों पर लगाम लगाई जाए।
इस पूरे प्रकरण को एक नया आयाम देते हुए दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि जैसे ही नगर निगम बैठक महापौर चुनाव की स्थिती पर पहुंची तो आम आदमी पार्टी ने कार्यवाही बाधित कर दी उससे जाहिर होता है कि  मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल नहीं चाहते कि दिल्ली को मेयर मिले क्योंकि उन्हें डर है कि एकीकृत सिंगल मेयर और उनसे भी लोकप्रिय हो जायेंगे और पार्टी पर उनके राजनीतिक नियंत्रण के लिए एक संभावित खतरा बन सकते हैं।नगर निगम भारी भरकम बजट वाली एक स्वतंत्र इकाई है और मेयर को मीडिया में उतना ही स्थान मिलता है जितना मुख्यमंत्री को और केजरीवाल को इसी बात का डर है।