जहरीली शराब और शराब के अवैध व्यापार को रोकने की जिम्मेवारी सरकार की :  राजीव प्रताप रूडी

नई दिल्ली/सारण । शराबबंदी के बाद भी अवैध शराब का धंधा और जहरीली शराब से सारण में डेढ़ दर्जन से अधिक मौत और सैकड़ों इलाजरत।राज्य सरकार को दोषी ठहराते हुए लोकसभा में स्थानीय सांसद सह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने सारण में जहरीली शराब से हो रही मौत से संबंधित विषय को जोरदार ढंग से उठाया। विदित हो कि इसुआपुर और मशरक थाना क्षेत्र में जहरीली शराब से 20 लोगों की मौत की सूचना है। जहरीली शराब से मौत की सूचना आमलोगों की तरफ से स्थानीय सांसद के कंट्रोल रूम में भी लगातार मिल रही है और लोग चिंता व्यक्त कर रहे है। इसे देखते हुए सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुडी ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है पीड़ितो के समुचित इलाज की व्यवस्था को कहा है। सांसद कंट्रोल रूम पीड़ितों के इलाज की मॉनिटरिंग कर रहा है और इससे संबंधित हर सूचना से सांसद को अवगत करा रहा है। रूडी ने बताया कि लाचार होकर मुझे इस तरह के मुद्दों को सदन में उठान पड़ता है। मैं विकास का हिमायती रहा हूँ और विकास की बातों को ही सदन में उठाता रहा हूँ। बहुत क्षोभ और दुःख होता है जब ऐसे मुद्दों को सदन में उठाना पड़ता है। सारण सांसद ने लोकसभा में कहा कि बिहार मौतों का पर्यटन स्थल हो गया है। राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए सांसद ने कहा कि निश्चय ही यह महागठबंधन सरकार की विफलता का परिणाम है। अगर शराबबंदी है तो राज्य सरकार को उसे मजबूती से लागू रखना चाहिए, वैसे भी विधि व्यवस्था राज्य सरकार की जिम्मेवारी है और वह इसमें विफल साबित हो रही है। लोकसभा में पीठासीन अध्यक्ष को संबोधित कर संसद रूडी ने गुजरात का हवाला देते हुए कहा कि शराबबंदी वहां भी है मगर, वहां जहरीली शराब से मौते नहीं होती। सदन के बाहर पत्रकारों से रूडी ने कहा की वह शोक संतप्त परिवार के साथ है और घायलों में समुचित इलाज के लिए सांसद कंट्रोल रूम सक्रिय है।