रेलमंत्री ने वाराणसी स्टेशन और रायबरेली स्थित आधुनिक रेल डिब्बा कारखाने का निरिक्षण किया

नवनिर्मित एसी इकोनाॅमी क्लास के कोचों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया

वाराणसी। वाराणसी  में रेल की  महत्ता को दृष्टिगत रखते हुए उत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल द्वारा यात्री सुविधाओं, संरक्षा, सुरक्षा, एवं रेल के आधुनिकीकरण की दिशा में अनेक प्रकार की परियोजनाओं के कार्य प्रगति पर हैं। इन समस्त विकास कार्यों से अवगत होने के लिए आज केंद्रीय रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव का वाराणसी आगमन हुआ। वाराणसी आगमन कार्यक्रम के अंतर्गत माननीय रेलमंत्री ने सर्वप्रथम काशी स्टेशन पहुंचकर स्टेशन को इंटरमॉडल स्टेशन बनाये जाने की दिशा में चल रहे सभी कार्यों को सूक्ष्मता से परखा एवं समस्त प्रगति कार्यों से अवगत होते हुए इनकी समीक्षा करते हुए इन कार्यों को निर्धारित समय पर उच्च गुणवत्ता के साथ संपन्न करने की बात कही। उन्होंने उत्तर रेलवे के मुख्यालय से आए हुए तथा मंडल के उपस्थित अधिकारियों से परिचय प्राप्त करते हुए उनसे वार्ता की तथा सभी को खुले विचारों और बहुआयामी छवि के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने स्टेशन अधीक्षक से संवाद करके रेल संचालन व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की।
 रेल मंत्री ने मालवीय ब्रिज पर पहुंचकर उसका निरीक्षण किया तथा संरक्षित एवं सुगम रेल परिचालन हेतु अपने आवश्यक सुझाव एवं निर्देश पारित किए। उन्होंने मालवीय ब्रिज के समानांतर निर्मित किए जाने वाले 04 लेन रेलमार्ग तथा 06 लेन सड़क मार्ग वाले नए ब्रिज के निर्माण कार्य की जानकारी भी प्राप्त की। इस अवसर पर माननीय रेल मंत्री के साथ  रवीन्द्र जायसवाल, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), स्टाम्प एवं न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन, उत्तर प्रदेश सरकार भी उपस्थित रहे। अपने इस निरीक्षण में  रेलमंत्री ने संरक्षा, सुरक्षा, समयबद्धता और श्रेष्ठतम यात्री सुविधाओं के साथ रेल परिचालन करने पर विशेष बल दिया।
इस निरीक्षण के उपरांत माननीय रेल मंत्री बनारस स्टेशन से रेलगाड़ी द्वारा रायबरेली की ओर रवाना हो गए एवं विंडो ट्रेलिंग करते हुए उन्होंने रेलपथ की संरक्षा का अवलोकन किया तथा इस विषय में अपने दिशा निर्देश पारित किए। रेल मंत्री ने रायबरेली स्थित आधुनिक रेल डिब्बा कारखाने के फैक्ट्री परिसर का दौरा किया। इस दौरान आरेडिका के महाप्रबंधक  एस.एस. कलसी ने मंत्री महोदय को आरेडिका में विभिन्न प्रकार के कोचों के निर्माण एवं प्रौद्योगिकी के बारे में अवगत कराया। उन्होंने आरेडिका के कोचों की तकनीकी, डिज़ाइन एवं गुणवत्ता देखकर प्रसन्नता व्यक्त की।कारखाने के निरीक्षण के दौरान उन्होनें आरेडिका में बन रहे वन्देभारत ट्रेनसेट्स के निर्माण अवसंरचना एवं वन्देभारत ट्रेनसेट्स के मोटर कोच का निरीक्षण किया, जिससे वन्देभारत ट्रेनसेट्स का नियमित उत्पादन प्रारंभ हो सके। आगे, इसी कड़ी में शेल असेम्बली लाइन में पूर्णतः स्वचालित मशीनों जैसे सीएनसी मशीन, लेज़र कटिंग वेल्डिंग मशीन, फाइबर लेजर कटिंग मशीन एवं व्हीलशाॅप में स्वचालित व्हीलसेट मशीनों को देखा।
इसके बाद इकोनाॅमी कोचों की फर्निशिंग देखी, और उन्होंने एसी इकोनाॅमी क्लास के कोचों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। एसी इकोनाॅमी क्लास के कोचों को नवीनतम तकनीक से निर्मित किया गया है, जिससे यात्रियों को सुविधाजनक एवं सुरक्षित यात्रा प्रदान करने के लिए अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध कराने के साथ-साथ दिव्यांग यात्रियों की सुविधा के लिए चैड़े प्रवेश द्वार एवं शौचालयों का निर्माण किया गया है। एसी इकोनाॅमी क्लास के कोचों में बर्थ की संख्या 80 है।
इस अवसर पर महाप्रबंधक, उत्तर रेलवे, आशुतोष गंगल एवं मुख्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण, मंडल रेल प्रबंधक, उत्तर रेलवे, लखनऊ  सुरेश कुमार सपरा सहित मंडल के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।