कांग्रेस को न्यायालय पर भी विश्वास नहीं : भाजपा
चलते फिरते ब्यूरो
नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने एक ऐतिहासिक फैसला 24 जून को सुनाया जाकिया जाफरी की याचिका खारिज की गई। मानवाधिकार की रक्षा करने का ठेका लेकर बैठे कुछ लोगो के असली चरित्र सामने आया है और देश में नफरत का माहौल बना जा रहा है इन सब के पीछे विपक्ष खासकर कांग्रेस का संरक्षण प्राप्त है। भाटिया ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता अजय माकन और जय राम रमेश उस प्रदर्शन में दिखायी दिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आदेश के बिना कोई काम कांग्रेस में होता नहीं है। गौरव भाटिया ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एक प्रदर्शन कर रहे थे प्रदर्शन करने के पीछे कारण था कि लोकतंत्र खतरे में आ गया है क्योंकि तीस्ता सीतलवाड़ गिरफतारी हुई जो तीस्ता झूठे हलफनामा देती है। गौरव भाटिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चलाए जा रहे षड्यंत्र पर सर्वोच्च न्यायालय ने टिप्पणी की दुखद है कि इस एसआईटी में बहुत ही सम्मानित कार्य कर रहे हैं ।भाटिया ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि जो पीड़ितों के दर्द का भाव लगाते हैं और पैसे कमाए। झूठे हलफनामे देते है और गवाहों को कहते है यह बोलो। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।![]()

गौरव भाटिया ने कहा कि इसी क्रम में एक एफआईआर क्राइम ब्रांच अहमदाबाद में दर्ज की गयी। तीस्ता सीतलवाड़ जो अपने आपको चैम्पियन आफ हयूमन राईट कहती हैं। गौरव भाटिया ने कहा कि जब सीता की तलवार गिरफ्तार हुई और न्यायालय ने ही 2 जुलाई तक पुलिस कस्टडी दी है तो इनकी आस्था न्यायालय में होती तो ऐसा क्यों आपको न्यायालय के आदेश स्वीकार नहीं है। प्रदर्शन करेंगे और न्यायालय की बात नहीं मानेंगे तो कहा कि अदालत को मानेंगे यह जवाब कांग्रेस को देश की जनता को देना चाहिए। गौरव भाटिया ने कहा कि यह कहना गलत नहीं होगा कि तीस्ता सीतलवाड़ केवल संप्रायदायिक नफरत फैलाने का एक छोटा ब्रांच था। उसका हेड क्वार्टर कांग्रेस था। उसका सीईओ सोनिया गांधी बताती थी कि किस तरह से आपको न्यायिक प्रक्रिया से छेड़छाड़ करनी है।
तिस्ता सीतलवाड़ के साथ ही रहे उनके साथी के एक बयान से स्पष्ट हुआ है कि ये लोग पीड़ित परिवारों की न्याय की लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं। इनका निशाना तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को कैसे खत्म किया जाए उस पर था। गौरव भाटिया ने कहा कि पीड़ित परिवार के पास जाकर उन परिवारों को नहीं पता जो रिश्ता बन रही है क्या है। गौरव भाटिया ने कहा कि दुख की बात है कि पिछले आठ वर्ष से भारतीय राजनीति में एक बड़ा बदलाव आया है। यहां कोई वीआईपी नहीं है। कानून अपना कार्य करेगा। एफआईआर रजिस्टर होगी। विवेचना होगी।इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी को लगेगी कि साक्ष्य और प्रमाण है तो गिरफतारी भी होगी। इसी क्रम में तीस्ता सीतलवाड़ की गिरफतारी होती है। देश के खिलाफ षडयंत्र रचने में कांग्रेस पार्टी विचित्र भूमिका निभाती है।