‘इन्क्विजिशन’ द्वारा हुए अत्याचार सामने लाए बिना हिन्दू समाज शांत नहीं बैठेगा-रमेश शिंदे
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इस विशेष संवाद में ‘इन्क्विजिशन’ का स्वरूप दर्शाने वाला एक वीडियो दिखाया गया । इस वीडियो में संसार भर में किस प्रकार ‘इन्क्विजिशन’ किया गया, यह सचित्र और ऐतिहासिक संदर्भ सहित राष्ट्रीय ऐतिहासिक अनुसंधान और तुलनात्मक अध्ययन केंद्र के अध्यक्ष नीरज अत्री ने प्रस्तुत किया तथा ‘इन्क्विजिशन’ के संदर्भ में ‘छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम ऑफ इंडियन हिस्ट्री, पुणे’ द्वारा बनाई गई और हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा प्रकाशित की गई चित्रमय फलक प्रदर्शनी भी लगाई गई थी ।
गोवा में ‘इन्क्विजिशन’ लागू करने के लिए उत्तरदायी और जिसके नेतृत्व में गोवा के हिन्दुओं पर अत्याचार किए गए, उस फ्रान्सिस जेवियर को संत का दर्जा दिया जा रहा है । हिन्दुओं पर किए गए अत्याचार छिपाए गए, उन्हें ‘गोवा फाइल्स’ द्वारा संसार भर के लोगों के समक्ष लाकर राष्ट्रवाद जागृत करना इस कार्यक्रम का उद्देश्य है, ऐसा गोमंतक मंदिर महासंघ के सचिव श्री. जयेश थळी ने इस समय कहा । सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता चेतन राजहंस ने इस समय कहा कि, गोवा के वोट बैंक की रक्षा के लिए यहां सेंट जेवियर का उदात्तीकरण किया गया । पुर्तगालियों के संबंध में यहां सहानुभूति का वातावरण निर्माण किया गया । पुर्तगालियों का अमानवीय अत्याचार करने वाला इतिहास यहां की विद्यालयीन पाठ्यपुस्तकों में नहीं पढाया जाता । संसार भर में हुए ‘इन्क्विजिशन’ के संबंध में पोप ने संबंधित देशों में जाकर क्षमा मांगी; परंतु गोवा में हुए ‘इन्क्विजिशन’ के संबंध में गोवा निवासियों से अभी तक क्षमा नहीं मांगी है । पोप को गोवा में हुए ‘इन्क्विजिशन’ के लिए क्षमा मांगनी चाहिए, ऐसी मांग गोवा सहित सर्वत्र हिन्दू नागरिकों को करनी चाहिए ।
