“क़लम और क़लमकार कभी रिटायर नहीं होते”

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अभिव्यक्ति जवान रहती है । अलफ़ाज़ हर उम्र में क़लम और उँगलियों के इशारे पर थिरकते हैं । जी हाँ यह साबित किया है नौजवान क़लमकार एवं जनसम्पर्क विभग के सेवानिवृत संयुक्त निदेशक जनसम्पर्क डॉ.प्रभात कुमार सिंघल ने । इन्हें सेवानिवृत हुए छह साल हो गए लेकिन माशाअल्लाह क़लम में वही जवानी ,क़लम में वही रवानी ,अल्फ़ाज़ों में वही गर्माहट ,लेखन की वही नोजवान शैली और दिन चर्या में वही जवानी ,स्वाभिमान , विनम्रता ,अपनापन ,प्यार और मधुरता है।
